ऐसा कोई काम नहीं जो हो नहीं सकता, कमजोरियों को भूलकर आगे बढ़ना है l ऐसा कोई काम नहीं जो हो नहीं सकता, कमजोरियों को भूलकर आगे बढ़ना है l
जीत हार भूलकर सबको गले लगाकर। जीत हार भूलकर सबको गले लगाकर।
बालविज्ञान ने असहज को सहज कर दिखाया है बालविज्ञान ने असहज को सहज कर दिखाया है
शिव ही बुद्धि शिव ही विवेक शिव ही क्रोध है। शिव ही बुद्धि शिव ही विवेक शिव ही क्रोध है।
अपने कर्तव्यों का भान कर निरंतर बह चली हूँ। अपने कर्तव्यों का भान कर निरंतर बह चली हूँ।
संपूर्णता है निरी मृगतृष्णा संपूर्णता है निरी मृगतृष्णा